1. Love Poem in hindi
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Love +Poem +hindi |
वो लोग बहुत खुशकिस्मत थे
जो इश्क को काम समझते थे
या काम से आशिकी रखते थे
हम जीते जी नाकाम रहे
ना इश्क किया ना काम किया
काम इश्क में आड़े आता रहा
और इश्क से काम उलझता रहा
फिर आखिर तंग आकर हमने
दोनों को अधूरा छोड़ दिया
जो इश्क को काम समझते थे
या काम से आशिकी रखते थे
हम जीते जी नाकाम रहे
ना इश्क किया ना काम किया
काम इश्क में आड़े आता रहा
और इश्क से काम उलझता रहा
फिर आखिर तंग आकर हमने
दोनों को अधूरा छोड़ दिया
2. Love Poem in Hindi
हाथ में हाथ की हो हरारत तो इश्क़ बनता है
मौजूद हो दरमियाँ शरारत तो इश्क़ बनता है
मौजूद हो दरमियाँ शरारत तो इश्क़ बनता है
आग उधर भी लगी हो और तुम भी सुलगो
इश्क़ को इश्क़ की हो आदत तो इश्क़ बनता है
इश्क़ को इश्क़ की हो आदत तो इश्क़ बनता है
गवाह हों सिलवटें जब शब् के कश्मकश की
न मिले कहीं भी राहत तो इश्क़ बनता है
न मिले कहीं भी राहत तो इश्क़ बनता है
फ़र्क़ कुछ न रहे महबूब और खुदा में तेरे
जब करो उसकी इबादत तो इश्क़ बनता है
जब करो उसकी इबादत तो इश्क़ बनता है
शिद्दत की इंतिहां इस कदर होनी चाहिए
जैसे प्यासे को पानी की हो चाहत तो इश्क़ बनता है
जैसे प्यासे को पानी की हो चाहत तो इश्क़ बनता है
नज़र झुकी हो और लब भी जब करीब आ जाएं
फिर भी देखो उसकी इजाज़त तो इश्क़ बनता है
फिर भी देखो उसकी इजाज़त तो इश्क़ बनता है
3. Love Poem in hindi
जिस तरह बे मौसम बारिश सूखे पत्तों पे आवाज़ करती है,
तुम आजकल बिन बोले मुझसे इस तरह बात करती हो,
ना पता है तुमको मेरी परेशानी का ना ही मेरे दिल की हालत का,
मैं ऐसा क्यों हो रहा हूँ यह सवाल भी नहीं करती हो,
तुम्हें फ़िक्र रह गयी है अपनी और शायद सिर्फ़ अपनी,
क्यों नहीं इस रिश्ते से निकल कर पहली सी मुलाक़ात करती हो,
बहुत दिन हो गये मुझको दोपहर की नींद से जगाए,
क्यों नहीं मेरे कानो में आकर कोई शरारत वाली बात करती हो,
एक वक़्त था जब हम तुम थे सुख दुख के साथी,
क्यों नहीं तुम मुझको समझा कर एक नयी शुरुआत करती हो,
सूखे पत्तों की खरखराहट सी तुम मुझसे बात करती हो,
मैं बहुत उदास हो जाता हूँ जब तुम मुझसे इस तरह बात करती हो
तुम आजकल बिन बोले मुझसे इस तरह बात करती हो,
ना पता है तुमको मेरी परेशानी का ना ही मेरे दिल की हालत का,
मैं ऐसा क्यों हो रहा हूँ यह सवाल भी नहीं करती हो,
तुम्हें फ़िक्र रह गयी है अपनी और शायद सिर्फ़ अपनी,
क्यों नहीं इस रिश्ते से निकल कर पहली सी मुलाक़ात करती हो,
बहुत दिन हो गये मुझको दोपहर की नींद से जगाए,
क्यों नहीं मेरे कानो में आकर कोई शरारत वाली बात करती हो,
एक वक़्त था जब हम तुम थे सुख दुख के साथी,
क्यों नहीं तुम मुझको समझा कर एक नयी शुरुआत करती हो,
सूखे पत्तों की खरखराहट सी तुम मुझसे बात करती हो,
मैं बहुत उदास हो जाता हूँ जब तुम मुझसे इस तरह बात करती हो
4. Love Poem in Hindi
उसका हाथ ,अपने हाथ में लेते हुए मैंने सोचा
दुनिया को, हाथ की तरह गर्म और सुंदर होना चाहिए.
दुनिया को, हाथ की तरह गर्म और सुंदर होना चाहिए.
5. Love Poem in Hindi
दिल चाहता है ज़माने से छुपा लूँ तुझको,
दिल की धड़कन की तरह दिल में बसा लूँ तुझ को,
कोई एहसास जुदाई का न रह पाये,
इस तरह खुद में मेरी जान छुपा लूँ तुझको,
तू जो रूठ जाये मुझ से मेरे दिल के मालिक,
सारी दुनिया से खफा हो कर मना लूँ तुझको,
जब मैं देखूं तेरे चेहरे पे उदासी का समा,
बस यह चाहूँ किसी तरह हंसा लूँ तुझको,
तू कभी जब दुनिया से बेज़ार हो जाये ,
दिल यह चाहे की बाहों में छुपा लूं तुझ को
दिल की धड़कन की तरह दिल में बसा लूँ तुझ को,
कोई एहसास जुदाई का न रह पाये,
इस तरह खुद में मेरी जान छुपा लूँ तुझको,
तू जो रूठ जाये मुझ से मेरे दिल के मालिक,
सारी दुनिया से खफा हो कर मना लूँ तुझको,
जब मैं देखूं तेरे चेहरे पे उदासी का समा,
बस यह चाहूँ किसी तरह हंसा लूँ तुझको,
तू कभी जब दुनिया से बेज़ार हो जाये ,
दिल यह चाहे की बाहों में छुपा लूं तुझ को
6. Love Poem in Hindi
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Love +Poem +hindi |
दूर दूर रह कर भी हम कितने करीब हैं,
हमारा रिश्ता भी जाने कितना अजीब है,
बिन देखे ही तेरा यूँ मोहब्बत करना मुझसे,
बस तेरी यही चाहत ही तो मेरा नसीब है,
पर जिसे प्यार ही ना मिला हो किसी का,
वो बदकिस्मत भी यहाँ कितना गरीब है,
और जिसे मिल गया हो तेरे जैसा यार यहाँ,
वो शख्स भी मेरे जैसा ही खुशनसीब है.
हमारा रिश्ता भी जाने कितना अजीब है,
बिन देखे ही तेरा यूँ मोहब्बत करना मुझसे,
बस तेरी यही चाहत ही तो मेरा नसीब है,
पर जिसे प्यार ही ना मिला हो किसी का,
वो बदकिस्मत भी यहाँ कितना गरीब है,
और जिसे मिल गया हो तेरे जैसा यार यहाँ,
वो शख्स भी मेरे जैसा ही खुशनसीब है.
7. Love Poem in Hindi
जिसने भी की मुहब्बत, रोया जरूर होगा।
वो याद में किसी के खोया जरूर होगा।
वो याद में किसी के खोया जरूर होगा।
दिवार के सहारे, घुटनों में सिर छिपाकर ,
वो ख्याल में किसी के खोया जरुर होगा।
वो ख्याल में किसी के खोया जरुर होगा।
आँखों में आंसुओ के, आने के बाद उसने,
धीरे से उसको उसने, पोंछा जरुर होगा।
धीरे से उसको उसने, पोंछा जरुर होगा।
जिसने भी की मुहब्बत, रोया जरूर होगा।
8. Love Poem in Hindi (By Dr. Kumar Vishwas)
कोई दीवाना कहता है, कोई पागल समझता है !
मगर धरती की बेचैनी को बस बादल समझता है !!
मैं तुझसे दूर कैसा हूँ, तू मुझसे दूर कैसी है !
ये तेरा दिल समझता है या मेरा दिल समझता है !!
मगर धरती की बेचैनी को बस बादल समझता है !!
मैं तुझसे दूर कैसा हूँ, तू मुझसे दूर कैसी है !
ये तेरा दिल समझता है या मेरा दिल समझता है !!
मोहब्बत एक अहसासों की पावन सी कहानी है !
कभी कबिरा दीवाना था कभी मीरा दीवानी है !!
यहाँ सब लोग कहते हैं, मेरी आंखों में आँसू हैं !
जो तू समझे तो मोती है, जो ना समझे तो पानी है !!
कभी कबिरा दीवाना था कभी मीरा दीवानी है !!
यहाँ सब लोग कहते हैं, मेरी आंखों में आँसू हैं !
जो तू समझे तो मोती है, जो ना समझे तो पानी है !!
समंदर पीर का अन्दर है, लेकिन रो नहीं सकता !
यह आँसू प्यार का मोती है, इसको खो नहीं सकता !!
मेरी चाहत को दुल्हन तू बना लेना, मगर सुन ले !
जो मेरा हो नहीं पाया, वो तेरा हो नहीं सकता !!
यह आँसू प्यार का मोती है, इसको खो नहीं सकता !!
मेरी चाहत को दुल्हन तू बना लेना, मगर सुन ले !
जो मेरा हो नहीं पाया, वो तेरा हो नहीं सकता !!
9. Love Poem in Hindi
तुझ पर ही मरते रहे हैं हम,
और तुझको ही अपना बनाना हैं
जानता हूँ रंग होते हैं ख़ुशी बिखेरने के लिए,
पर मुझे तेरी सादगी का रंग ही लगाना हैं !!
और तुझको ही अपना बनाना हैं
जानता हूँ रंग होते हैं ख़ुशी बिखेरने के लिए,
पर मुझे तेरी सादगी का रंग ही लगाना हैं !!
कटती नही ये अँधेरी सर्द रात,
सुबह होते ही चाँद को भी जगाना हैं
तू कहे तो सुबह को शाम कर दूँ मैं,
पर याद रखना तेरा भी कोई दीवाना हैं!!
सुबह होते ही चाँद को भी जगाना हैं
तू कहे तो सुबह को शाम कर दूँ मैं,
पर याद रखना तेरा भी कोई दीवाना हैं!!
दोस्त बैठे है महफ़िल में लोगो की तरह,
तेरा साथ न होना तो बस एक बहाना है
छुप जाता हूँ मैं रोज तुझे देखकर,
मेरा बचपना नही, ये प्यार में शरमाना हैं !!
तेरा साथ न होना तो बस एक बहाना है
छुप जाता हूँ मैं रोज तुझे देखकर,
मेरा बचपना नही, ये प्यार में शरमाना हैं !!
लोग मिलते हैं बिछड़ते हैं लोगों की तरह,
तुझे पाकर अपनी किस्मत को बताना है
कि ये तेरा आशिक़ कोई नया नही हैं,
ये पागल तो जमाने से भी पुराना हैं !!
तुझे पाकर अपनी किस्मत को बताना है
कि ये तेरा आशिक़ कोई नया नही हैं,
ये पागल तो जमाने से भी पुराना हैं !!
10. Love Poem in Hindi
आप दौलत के तराज़ू में दिलों को तौलें हम मोहब्बत से मोहब्बत का सिला देते हैं
11. Love Poem in Hindi
आते आते मिरा नाम सा रह गया उस के होंटों पे कुछ काँपता रह गया
12. Love Poem in Hindi
मुझको जब ऐसे देखती हो तुम,
कसमसाती है आरजू दिल में
कसमसाती है आरजू दिल में
ज़ादू भरी आँखों वाली सुनों
तुम ऐसे मुझे देखा ना करो
तुम ऐसे मुझे देखा ना करो
फिर मैं कोई उम्मीद करूँ
फिर मुझे कोई अरमां हो
तुम शायद मेरी बन जाओ
फिर दिल को ऐसा गुमाँ हो
पर ऐसा ना हो तो अच्छा हैं
इन बातों में क्या रक्खा हैं.
मुझ को ऐसी उम्मीद ना दो
फिर मुझे कोई अरमां हो
तुम शायद मेरी बन जाओ
फिर दिल को ऐसा गुमाँ हो
पर ऐसा ना हो तो अच्छा हैं
इन बातों में क्या रक्खा हैं.
मुझ को ऐसी उम्मीद ना दो
ज़ादू भरी आँखों वाली सुनों
तुम ऐसे मुझे देखा ना करो
तुम ऐसे मुझे देखा ना करो
फिर धड़कन में तुम बस जाओ
फ़िर कोई गजल मैं गाऊं
फिर चाँद में तुमको मैं देखूँ
फूलों में तुमको पाऊं
पर ऐसा ना हो तो अच्छा हैं
इसका अंजाम जो होता हैं
वो दर्द ही देता है दिल को
फ़िर कोई गजल मैं गाऊं
फिर चाँद में तुमको मैं देखूँ
फूलों में तुमको पाऊं
पर ऐसा ना हो तो अच्छा हैं
इसका अंजाम जो होता हैं
वो दर्द ही देता है दिल को
ज़ादू भरी आँखों वाली सुनों
तुम ऐसे मुझे देखा ना करो
तुम ऐसे मुझे देखा ना करो
13. Love Poem in Hindi
कागज की नाव बही और डूब गई
बात डूबने की नहीं ,उसके हौसले की है
और कौन मरा कितना जिया ,सवाल ये नहीं
बात तो हौसले की है , बात तो जीने की है
कितना जिया ये बात बेमानी है ,किस तरह जिया
कागज़ी नाव का हौसला देखिये , डूबना नहीं।
बात डूबने की नहीं ,उसके हौसले की है
और कौन मरा कितना जिया ,सवाल ये नहीं
बात तो हौसले की है , बात तो जीने की है
कितना जिया ये बात बेमानी है ,किस तरह जिया
कागज़ी नाव का हौसला देखिये , डूबना नहीं।
14. Love Poem in Hindi
ऊँचे नील गगन के वासी, अनजाने पहन पाहुन मधुमासी,
बादल के संग जाने वाले, पंछी रे, दो पर दे देना !
सीमाओं में बंदी हम, अधरों पीते पीड़ा का तम:
तुम उजियारे के पंथी, मेरी अंधियारी राह अगम!
बांहों पर मोती बिखराए, आँखों पर किरणें छितराए,
ऊषा के संग आने वाले , पंछी रे, दो पर दे देना !
तुमसे तो बंधन अनजाने, तुम्हें कौन-से देस बिराने?
मैं बढूं जिधर उधर झेलूं अवरोधक जाने पहचाने|
अधरों पर मधुबोल संजोये, पावनता में प्राण भिगोये,
मुक्ति-गान सुनाने वाले , पंछी रे, दो पर दे देना !
बादल के संग जाने वाले, पंछी रे, दो पर दे देना !
सीमाओं में बंदी हम, अधरों पीते पीड़ा का तम:
तुम उजियारे के पंथी, मेरी अंधियारी राह अगम!
बांहों पर मोती बिखराए, आँखों पर किरणें छितराए,
ऊषा के संग आने वाले , पंछी रे, दो पर दे देना !
तुमसे तो बंधन अनजाने, तुम्हें कौन-से देस बिराने?
मैं बढूं जिधर उधर झेलूं अवरोधक जाने पहचाने|
अधरों पर मधुबोल संजोये, पावनता में प्राण भिगोये,
मुक्ति-गान सुनाने वाले , पंछी रे, दो पर दे देना !
15. फूलों पे जान दी कभी कांटों पे मर लिये दो दिन की ज़िन्दगी में कई काम कर लिये